Anuradha Sinha / Artist - Omprakash Amritanshu
आज से नहीं वर्षों से शिक्षा की लौ जला रही है अनुराधा सिन्हा । अक्सर हम अध्यापक और अध्यापिका को स्कूलों में बच्चों को पढ़ाते हुए देखते हैं । परन्तु बहुत कम लोग सोचते होंगे कि शिक्षक जो किताबे पढ़ा रहे हैं या पढ़ा रही है कहां से आती है ? इन किताबों को कौन तैयार करता है ? इसे लिखने वाले कितने रिसर्च करते होंगे ? एक – एक शब्दों और एक एक वाक्यों पर गंभीर चिंतन करनी पड़ती है । बच्चों को कैसी शिक्षा दी जाय ? जो गुणकारी हो । समाज और देश के लिए हितकारी हो । छात्रों का भविष्य सुदृढ़ हो । उनके मानसिक पटल पर बोझ नहीं भारी हो । आईए जानते है वर्षों से शिक्षा की लौ जला रही है अनुराधा सिन्हा की भूमिका ।
शिक्षा दानव से दानव व्यक्ति को भी एक अच्छा इंसान बनाती है । ये एक ऎसी तत्व है जो हमारे अंतर्निहित क्षमता और व्यक्तित्व को विकसित करती है । महात्मा गांधी ने कहा था – “शिक्षा से मेरा तात्पर्य बालक और मनुष्य के शरीर, मन तथा आत्मा के सर्वांगीण और सर्वोत्कृष्ट विकास से है ।”
इसके माध्यम से मानव संपूर्ण शक्तियों को समेटे प्राकृतिक और प्रगतिशीलता की सीढ़ियां चढ़ता है । यह एक ऎसा लौ है जिससे आंतरिक और बाहरी अंधकार दूर हो जाती है । हमारे चारों तरफ सिर्फ उजाले हीं उजाले होते है । हम अज्ञानता के अन्धकार से निकाल ज्ञान के प्रकाश में जगमगा उठाते है । जब से मानव सभ्यता का सूर्य उदय हुआ उसके साथ शिक्षा की किरणें भी प्रकाशित हुई ।
कबीर की वाणी है –
“गुरू कुम्हार शिष कुंभ है, गढ़ि गढ़ि काढ़ै खोट । । अंतर हाथ सहार दै, बाहर मारै चोट ।।”
जिस तरह कुम्हार और मिट्टी का संबंध है , ठीक उसी तरह गुरु और शिष्य का । कुम्हार मिट्टी को तरास कर घड़ा बनता है । वैसे हीं गुरु या शिक्षक भी अपने शिष्यों – छात्रों को हर तरह का ज्ञान देकर उसे विद्वान बनता है । अनुराधा सिन्हा आज से नहीं कम से कम 31 साल से इस क्षेत्र में सेवा दे रही है ।
हमारे भारतीय संस्कृति में गुरु – शिष्य की परम्परा आदिकाल से चली आ रही है । भले हीं अब उसका रूप बदल गया हो । पर महत्व वही है । शिक्षक और छात्रों के बीच ज्ञान का आदान – प्रदान ।
अनुराधा जी शिक्षक बन 15 वर्षों तक छात्रों के बीच शिक्षा की लौ जलाती रही । उसके बाद कुछ वर्षों तक प्राध्यापिका बन गुरु की परम्परा निभाती रही । अब एक चिंतनशील शिक्षाविद् की भूमिका निभा रही है । ताकि बच्चों को नई और गुणों से भरपूर शिक्षा दी जा सके । उनके सर्वांगीण विकास हो । कोई अंधेरा उनके अंतर में ना रह जाय । हर तरफ ज्ञान का प्रकाश हो । एक नया समाज का उदय हो ।
आज 7 नवंबर को अनुराधा जी का जन्मदिन है । इस शुभ अवसर पर हम उनके मंगल जीवन की कामना करते हैं ।
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ओमप्रकाश अमृतांशु
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Wish you Very Happy Birthday Ma’am
A very happy birthday, ma’am
Happy birthday ma’am. Stay blessed.
Many Many Happy returns of the day Ma’am
Many Many Happy Returns of the Day Ma’am !!
wish you a very happy birthday maam .
happy birthday ma’am 🙂
Many Many Happy Returns of the Day Ma’am !! Good creation OPG!!!
धन्यवाद हरेन्द्र भाई।
Wish you a very happy birthday Anuradha Ma’am.
Very well written OP Sir!!
Very well written and drawn!
Happy B’day Anuradha Ma’am
Well chosen words…OP Sir
A very happy birthday ma’am! Very well written and the cartoon is so beautiful, looking like actual sketch of ma’am! Good work!
Happy Birthday Ma’am
Happy birthday Mam
Happy birthday ma’am 💐
Happy Birthday Anuradha maam
wish you a very happy birthday ma’am,God bless you always!
Happy birthday ma’am
Wish you a very Happy Birthday mam
Happy Birthday Anuradha Ma’am
जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं अनुराधा मैम।🎂💐
आपका व्यक्तित्व और और आपका स्नेह कार्यस्थल पर उपस्थित हर एक को उत्साहित और कार्य के प्रति प्रेरित करता है। आप स्वस्थ रहें, हम सभी को आपका मार्गदर्शन मिलता रहे यही आज के दिन की प्रार्थना है।
जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई🙏
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