अभिनेता - निर्देशक विष्णु शंकर ‘बेलु’ / Artist - Omprakash Amritanshu
आरा का लाल विष्णु शंकर का कमाल देखो , इनसे कुछ ऊर्जा – एनर्जी उधार लेलो । कभी थकते नहीं और ना कभी रुकते हैं । पहाड़ जैसे बाधाओं के सामने भी ना कभी झुकते हैं । हर रुकावटें को पार करने की तरकीब जानते हैं । हम आरा का लाल ऎसे थोड़ी ना बुलाते हैं । इनके नाम में विष्णु और शंकर है । हौसले की बात ना पूछो इनके अन्दर ये चीज बंपर है । कमाल का आत्मविश्वास और ऊर्जा से भरपूर व्यक्तित्व । तभी तो भोजपुरी फिल्मों में बना हुआ है एक अलग से अस्तित्व । आरा छोड़ मुंबई में जम कर डेरा जमाया , रंगमंच के रास्ते फिल्मों में किस्मत आजमाया ।
कहते हैं अगर काम से सच्ची मुहब्बत कर लिया , तो समझो आप ने मंजिल को मुट्ठी में भर लिया । लेकिन उसके लिए एक – एक सीढ़ी पर ईमानदारी से चढ़ने की आवश्यकता होती है । जो चढ़ने में सफल हो जाता है , ये खूबसूरत मंजिल उसी की हो जाती है । जुनून और आत्मविश्वास की ताकत पहचान दिलाती है । आपको जमीन से उठाकर आसमान पर बैठाती है ।
अभिनय कला हर किसी के पास नहीं होती । ये अन्दर की बात है सभी में निखार नहीं होती । कलाकार के दिलों में बहार झूमता हैं हर पल । जिसने इसे आत्मसात कर लिया , उसे समाज चूमता है हर पल । कला और कलाकार समाज के लिए होता है । नए उत्साह की तलाश में जीवन लगता है ।
आज नाज कर रहा है आरा का महादेवा रोड । क्योंकि विष्णु शंकर खड़े हैं जीवन के जिस मोड़ । एक तो संघर्ष के जोर से तोड़ दिया हर बाधा । दूसरा आँखों हीं आँखों में सिर्फ लक्ष्य को साधा । निकल पड़ा अपने रास्ते सबको पीछे छोड़ । माता आरण्य देवी को हृदय से हाथ जोड़ । मिला आशीर्वाद माता रानी का । चर्चा होने लगी इनके अभिनय के पानी का । आरा का लाल है विष्णु , एक्टिंग कला में गजब का मालामाल है । अभिनय के करारा प्रहार से नहीं छोड़ते किसी को । अपने भाव में दबोच लेते है , जो सामने आए उसी को । ये प्रतिभा बैठे – बिठाए मोल नहीं मिलती । बहुत पापड़ बेलने पड़ते हैं , सबके रगो में यूं नहीं दौड़ती ।
वैसे तो हर दिन भोजपुरी इंडस्ट्री में लोग आते है और चले जाते है । लेकिन टिकते वही हैं जो दर्शकों के मन को भाते है । विष्णु शंकर का एक्टिंग कमाल है । जैसे लगता कि भोजपुरी अंचल को मिला उपहार है । ये वही आरा का लाल है जो पहले मिमिक्री करता था । मंच से लोगो को हंसाने में कभी विफल तो कभी सफल होता था । आज सिनेमाई फलक पर अपनी जलवा दिखा रहा है । सबके दिलों में पैठ बना रहा है ।
“पिया के घर प्यारा लगे” पहली भोजपुरी सिनेमा से प्यार मिला । दर्शकों से मिला बहुत बड़ा सौगात । फिर क्या था कदम कहीं रुके नहीं , ये आंखें पीछे मुड़कर देखी नहीं । विष्णु शंकर आज एक्टर भी हैं , और निर्देशक भी । ये मेहनत की बूंद है जो मोती की तरह चमक रही है । भोजपुरी फ़िल्म इंडस्ट्री में दमक रही है ।
‘जानु मेरी जान’ को भोजपुरी फिल्मी पर्दे पर अपार सफलता मिली । अब 5 जुलाई को YouTube पर भी रिलीज़ होकर सबके दिलों में खिली । एक ओर इस फिल्म के निर्देशक बन कर विष्णु शंकर ‘बेलु’ ने अपनी प्रतिभा दिखाई। तो दूसरी तरफ एक्टिंग देख दर्शकों ने ताली बजाई ।
आज 7 जुलाई को विष्णु का जन्मदिन है । हम इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं ।
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ओमप्रकाश अमृतांशु
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