आपके जैसे हम भी एक सधारण व्यक्ति हीं हैं। संघर्ष हमारा कर्म है। एक चित्रकार-कार्टूनिस्ट होने के नाते हमारे अन्दर भी भावनाओं की नदियाँ बहती है। समाजिक विषमताओं को देख हम भी भावुक हो जाते है। समाज में फैले नफ़रत को देख टुकड़े-टुकड़े हो जाते हैं।
गरीबी हमारी किस्मत नही , अमीरों के द्वारा रचा गया एक चक्रव्यूह है। जिसमें फंसा हुआ हर गरीब व्यक्ति लाख कोशिश करके भी बाहर नही निकल पाता।
भारत माता की जय-जय करने वाले बेटियों को गिद्ध नजर से देखते है। तब हमारी भी आत्मा सिहर उठती है,जब कोई बेटी निर्भया हो जाती है। कार्टून धुन संकीर्ण समाज से हमारे बेटियों को मुक्ति दिलाने का एक अभियान है। घर के चौकठ को लाँघ कर आसमान को मुट्ठी में भरने का।
व्यंग्य और धुन कार्टून के माध्यम से राजनेताओं पर तंज कसने का मौका हाथ से नही जाने देते।
नन्हें मन के चित्रों द्वारा बाल कलाकारों को प्रोत्साहित करना हमारी कला आत्मा की पुकार है। अगर आपके यहां भी बाल कलाकार जन्म ले रहा हो तो सुखद बात है। उसकी कलाकृति संभाल कर रखें। हमें भेजें।
भोजपुरी हमारी मातृभाषा होने के कारण हमारे रोम-रोम में प्रवाहित होती है। राजनीति की नीति में फंसी हुई भोजपुरी के लिए आवाज बुलंद करना हमारा कर्तव्य है।
कार्टून धुन के चित्र किसी भी व्यक्ति-समाज के भावना से नही खेलता। अगर गलती से ऐसा हो तो क्षमा करें। आपके सुझाव एवं विचारों का हम स्वागत करते हैं। हमें लिखें। कलाकारों की कलाकृति और लेखकों की रचना आमंत्रित है।
प्रार्थी
कार्टून धुन
ओमप्रकाश अमृतांशु
Mail – [email protected]
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